वाराणसी, उत्तर प्रदेश:
ग्राम दामोदरपुर के निवासी विनोद गुप्ता को उस समय एक जानलेवा हादसे का सामना करना पड़ा, जब वह देर रात अपने घर की ओर लौट रहे थे। रास्ते में उन्हें एक अत्यधिक विषैला इंडियन करैत सांप (Indian Krait) ने डस लिया। करैत का ज़हर न्यूरो टॉक्सिक होता है, जो सीधे शरीर की तंत्रिका प्रणाली को प्रभावित करता है, और यदि समय पर इलाज न मिले, तो यह कुछ ही घंटों में जान भी ले सकता है।
विनोद गुप्ता की हालत तेजी से बिगड़ने लगी। स्थिति की गंभीरता को समझते हुए परिजनों ने बिना कोई देरी किए उन्हें वाराणसी स्थित ओमकिलकारी हॉस्पिटल पहुंचाया। अस्पताल की आपातकालीन चिकित्सा टीम तुरंत हरकत में आई और विशेषज्ञ डॉक्टरों की देखरेख में उन्हें उचित एंटी-वेनम (Anti-Venom) इंजेक्शन दिया गया।
डॉ. सुनील कुशवाहा और उनकी टीम ने तत्परता दिखाते हुए न केवल मरीज़ को स्थिर किया, बल्कि ज़हर के असर को फैलने से रोककर उनकी जान भी बचा ली। डॉक्टरों के अनुसार, करैत के ज़हर से शरीर लकवाग्रस्त हो सकता है, और देर होने पर मरीज़ कोमा या मौत की अवस्था में पहुँच सकता है।
इलाज के बाद विनोद गुप्ता की हालत अब स्थिर है और वह धीरे-धीरे पूरी तरह स्वस्थ हो रहे हैं। उनके परिवार ने ओमकिलकारी हॉस्पिटल की चिकित्सा टीम और डॉ. सुनील कुशवाहा का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “यदि समय पर इलाज न मिला होता, तो शायद आज हमारे बीच वे न होते।”

यह घटना न केवल जागरूकता का प्रतीक है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि समय पर मेडिकल सहायता और आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं किस हद तक जीवनदायिनी साबित हो सकती हैं।
संदेश:
अगर किसी को सांप काटे, तो तुरंत अस्पताल पहुंचें और घरेलू इलाज या झाड़-फूंक के चक्कर में बिल्कुल न पड़ें। समय पर एंटी-वेनम ही एकमात्र समाधान है।